Education

इंजीनियरिंग

तकनीकी कौशल (Engineering Skills) मानव सभ्यता के आरम्भिक दिनों से प्रचलित एवं लोकप्रिय है। इंजीनियरिंग का कार्यक्षेत्र विज्ञान एवं गणित के सिद्धान्तों का समावेश कर मानव विकास के लिए नयी मशीन एवं कलपुर्जे तैयार करना एवं रोजमर्रा के जीवन को अधिक सुगम बनाना है। विविध विद्याओं एवं विषयों का ज्ञान अनेक नये कैरियर क्षेत्रों की सम्भावना उत्पन्न करता है।
गणित एवं विज्ञान पढ़ने वाला 80 प्रतिशत छात्र इंजीनियर बनना चाहता है परन्तु इस सोच एवं निर्णय के पीछे अनेक निम्नलिखित कारण हो सकते हैं—

  • माता-पिता की इच्छा।
  • दोस्तों का दबाव एवं साथ छूट जाने का भय।

इंजीनियर बनना गौरव की बात है आप स्वयं को जानें कि क्या निम्नलिखित विशेषतायें आप में हैं:—

  • क्या गणित एवं विज्ञान विषय आपकी पसंद है?
  • क्या आपको ये जिज्ञासा है कि कोई कार्य कैसे किया जा रहा है?
  • क्या आप रचनात्मक कार्यों को पसंद करते हैं?
  • क्या आपको गणित एवं विज्ञान से सम्बन्धित समस्या-समाधान में रुचि है?
  • क्या आप प्रयोगशाला में कार्य करना पसंद करते हैं?
  • क्या आप समस्या को तर्क के माध्यम से सुलझाना पसंद करते हैं?

ये जानना भी आवश्यक है कि आप किस ब्रांच में अध्ययन करना चाहते हैं?

कोर्स की आवश्यक योग्यता:—

इंजीनियरिग प्रवेश परीक्षा देने के लिए (10+2) PCM से उत्तीर्ण होना आवश्यक है।

मुख्य प्रवेश परीक्षायें:—
  • Jee (Mains & Advance)
  • BITSAT
  • UPTU
  • JP University, IIIT Delhi
  • SRM University Chennai
  • Manipal Academy of Higher Education
  • NMIMS-Pune
  • Symbiosis Pune
  • VITEEE
कोर्स की प्रचलित ब्रांचेज:—
ब्रांच कार्यक्षेत्र
कम्प्यूटर IT सेक्टर
मैकेनिकल मशीन एवं कलपुर्जे निर्माण,रखरखाव, वाहन उत्पादन संस्थान
केमिकल कृषि, खाद, डेयरी, प्लास्टिक, कपड़ा, खनिज, अनाज इत्यादि
सिविल बिल्डिंग, भवन, हाइवे, रेलवे, बाँध, बंदरगाह इत्यादि का निर्माण एवं रखरखाव
इलेक्ट्रिकल बिजली संयंत्र निर्माण उद्योग, दूरसंचार विभाग इत्यादि
एरोनॉटिकल एअरक्राफ्ट, हवाईजहाज डिजाइन निर्माण एवं रखरखाव
ऑटोमोबाइल दो पहिया एवं चार पहिया इत्यादि वाहनों का उत्पादन नवीनीकरण
बायो टैक्नोलॉजी/ बायो केमिकल जीव विज्ञान एवं तकनीक का समायोजन, दवाइयों, कृषि एवं अनुसंधान
सेरेमिक लोहा, स्टील, शीशा, सीमेंट, कृत्रिम अंग निर्माण इत्यादि संस्थान
अन्य प्रचलित शाखायें:-
  • माइनिंग, मौसम एवं भौगोलिक विभाग, इण्डस्ट्रियल,नौटिकल इंजीनियरिंग, इंस्ट्रूमेंटेशन उत्पाद, इंजीनियरिंग मैटालरजी एवं मैटीरियल इंजीनियरिंग
  • पैट्रोलियम इंजीनियरिंग
  • टैक्सटाइल, प्लास्टिक एवं पोलीमर इंजीनियरिंग

 

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