जीव विज्ञान के छात्रों का मेडिकल की पढ़ाई के प्रति रुझान एवं आकर्षण हमेशा देखने को मिला है। समय के साथ तकनीकी विकास के द्वारा डाइग्नोसिसी की सुविधा घर बैठ कर उपलब्ध हुई है। गूगल ने बहुत-सी जानकारियाँ आसान करी है परन्तु साल-दर-साल मेडिकल की पढ़ाई के लिए आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ रही है।
आवश्यक व्यक्तित्व विशेषतायें:—
मेडिकल के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए आवश्यक है कि सर्वप्रथम छात्र आत्मावोलकन करें कि क्या उनमें निम्नलिखित गुण हैं—
- उच्चस्तरीय बौद्धिक क्षमता एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण
- धैर्य, लगन एवं मेहनत करने की इच्छा
- समर्पण एवं सेवा लाभ
मेडिकल प्रैक्टिस, विज्ञान का क्षेत्र होने के साथ एक कलात्मक क्षेत्र भी है। अपने ज्ञान एवं दवाइयों का मरीज पर सफल उपयोग करना डॉक्टर की कला पर निर्भर करता है। डॉक्टर बनना आज भी अत्यन्त लोकप्रिय एवं सम्मान की बात है।
प्रवेश प्रक्रिया:—
मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए कक्षा 12 का PCB से उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
कोर्स—
प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को 4.5 वर्ष का MBBS डिग्री कोर्स करना होता है। कोर्स पूरा करने के बाद अधिकतर छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन/सुपर स्पेशलाइजेशन के लिए दाखिला लेते हैं।